आगरा:- ग्राम पंचायतों में ईज ऑफ लिविंग को लेकर हुए राष्ट्रीय पंचायत सम्मेलन के मंच पर कुर्सी न मिलने पर सुबह भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया। मंच पर कुर्सी को लेकर पक्षपात का आरोप लगाया।
भाजपा विधायकों ने पंचायत राज अधिकारियों को निकम्मा तक कर दिया। विधायक छोटे लाल ने कहा कि पांच बार का विधायक हूं। हम नहीं होंगे तो यह सरकार चल जाएगी? सरकार बनने के पहले से ही विधायक हूं। उन्होंने पैसे वालों के मुंह बड़े होने और गरीब का मुंह छोटा होने की बात भी कही। वहीं, पंचायत अधिकारियों ने किसी तरीके से विधायकों को शांत कराया।
होटल ताज एवं कन्वेंशन सेंटर में मंगलवार सुबह दस बजे से पंचायत सम्मेलन शुरू हुआ। सम्मेलन में सांसदों और विधायकों को भी बुलाया गया था। भाजपा विधायक छोटे लाल, चौधरी बाबूलाल, पुरुषोत्तम खंडेलवाल सहित अन्य पहुंचे। केंद्रीय पंचायतीराज राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल मंगलवार सुबह साढ़े 11 बजे भाषण देने के लिए उठे। इस बीच सम्मेलन में भाजपा विधायक पक्षालिका सिंह पहुंच गईं। मंच संचालक ने विधायक पक्षालिका सिंह को मंच में आकर बैठने के लिए कहा। पक्षालिका सिंह मंच की तरफ बढ़ी। इस बीच विधायक चौधरी बाबूलाल खड़े हुए। उन्होंने कहा कि यह कौनसा तरीका है। हर विधायक को मंच में बुलाया जाना चाहिए। किसी एक को नहीं। यह विधायकों का अपमान है।
उन्होंने मंत्रीजी से पूछा कि आखिर आप ही बताएं, क्या यह तरीका उचित है। यह देखकर स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण के निदेशक राजकुमार सहित अन्य अधिकारियों ने विधायक को समझाने का प्रयास किया। अधिकारियों का यह कौनसा तरीका है। इस बीच विधायक छोटेलाल खड़े हुए। बोले, यह पैसे वाले हैं। इनके दांत और मुंह बड़े-बड़े हैं। छाेटों के दांत और मुंह कमजोर होते हैं। चौधरी बाबूलाल ने उठकर बाहर जाने की बात कही। छोटेलाल ने कहा कि पांच बार का विधायक हूं। अगर हम नहीं होंगे तो चल जाएगी ये सरकार। सरकार में हर किसी को बराबर सम्मान मिलना चाहिए। एक बार के विधायक को मंच पर बुलाया जा रहा है। यह कोई तरीका नहीं है।
पंचायत अधिकारी सभी निकम्मे हैं
बाबूलाल ने कहा कि पंचायत अधिकारी सभी निकम्मे हैं। उन्होंने अधिकारियों को डपट कर भगा दिया। इस बीच विधायक पक्षालिका सिंह और पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने दोनों विधायकों को समझाने का प्रयास किया। विधायकों ने कई ऐसे शब्द भी कहे जिसे सुनकर वहां मौजूद लोग सन्न गए। पांच से सात मिनट तक हंगामा चला।
हालांकि, बाद में पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की बात करते हैं। इसी आधार पर विधायक पक्षालिका सिंह को मंच पर बुलाया जा रहा था। इसमें नाराज होने जैसी कोई बात नहीं थी।