आगरा इस वर्ष होली के त्योहार कई संयोग बन रहे हैं। सात मार्च से जहां होलाष्टक लगने जा रही है। वहीं 14 मार्च से खरमास भी लगने जा रहा है। इतना ही नहीं इसी दिन वर्ष का पहले चंद्रग्रहण भी पड़ेगा, हालांकि भारत में यह दिखाई नहीं देगा। फिर भी इन तीनों योग की नकारात्मक ऊर्जा से भरी इस अवधि में शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित रहेंगे।
ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रेश कौशिक ने बताया कि हिंदू धर्म में फाल्गुन पूर्णिमा तिथि पर होली का त्योहार मनाया जाता है। होलिका दहन से ठीक आठ दिन पूर्व होलाष्टक लगते हैं। इस वर्ष होलिका दहन 13 मार्च को होगा और रंगों से होगी 14 मार्च को खेली जाएगी। इस स्थिति में सात मार्च यानि शुक्रवार से होलाष्टक प्रारंभ हो जाएंगे।
वहीं इसी माह में पंचांग के अनुसार सूर्य देव 14 मार्च को शाम छह बजकर 59 मिटन पर मीन राशि में गोचर करेंगे, सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही खरमास प्रारंभ हो जाएगा। होलाष्टक और खरमास को नकारात्मक ऊर्जाओं से भरी हुई इस अवधि माना जाता है, इसलिए इस अवधि में शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं।